संतोषी माता की पूजा और व्रत लगातार 16 शुक्रवार किया जाता है।
पूजा के लिए आवश्यक है
शुक्रवार की सुबह सिर स्नान करके , एक साफ पूजा क्षेत्र संतोषी माँ की तस्वीर रखे और एक छोटा सा कलश भी रखे। संतोषी माँ की तस्वीर रखे और उसे फूलों से सजाए। प्रसाद रखे (गुड चना ) और केला। माता के समक्ष एक घी का दीपक जलाएं। संतोषी माता की जय बोलकर माता की कथा आरम्भ करें और संतोषी माँ की आरती करे और परसाद खाए। आप पूरे दिन उपवास कर सकते हैं या ( रात का खाना या डिनर कर सकते है) एक दिन में केवल एक बार ही भोजन कर सकते हैं। आप शुक्रवार के दिन खट्टा कुछ भी नहीं खा सकते है।
आपको यह प्रक्रिया लगातार १६ शुक्रवार तक करना होगा, और १६ शुक्रवार होने के बाद आपको संतोषी माँ उद्यापन करना होगा। इस उद्यापन में 8 या 16 बच्चों को भोजन करना होगा , और उन्हें कुछ खट्टा खाने ले लिए नहीं देना है और न ही पैसे, और आपको उनसे केह्नाना है की शुक्रवार कुछ भी खट्टा न खाए।
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