यह माना जाता है की सोमवार और शुक्रवार को माँ दुर्गा और माँ पार्वती की पूजा की जाती है। माँ दयामय है अपने बच्चो के लिए अत: माँ से की गयी प्रार्थना जल्दी सुनी और पूरी की जाती है |
सूर्य उदय से पहले स्नान करे और स्वच्छ और साफ कपड़े पहने ।
एक लकड़ी की सीट (पाटा) पर एक लाल कपड़ा बिछाकर और उस पर मां दुर्गा की मूर्ति या फोटो को इस्तापित करे ।
कुश बिछा कर आप बैठे।
फिर इस पूजा की सामग्री को जमाये रोली , मोली , लाल फूल, घी की मिठाई, दीया , दुर्गा चालीसा , आरती की पुस्तक ।
पूजा करने के लिए तांत्रिक दुर्गा यंत्र का प्रयोग करें
और इस मंत्र को कहना है
सर्व मंगल मांगले शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्रियुम्बिके गौरी नारायणी नमोऽस्तुते।।
या देवी सर्व भुतेसू लक्ष्मी रूपेण संस्थिता |
नम: तस्ये नम: तस्ये नम: तस्ये नमो नम:||